Diet & Nutrition

मानसून में बुजुर्गों के लिए पोषण का महत्व: बेहतर स्वास्थ्य के लिए एक संपूर्ण गाइड

Jul 08, 2025

मानसून में बुजुर्गों को क्या खाना चाहिए


मानसून का मौसम ठंडी हवाओं, हरी-भरी प्रकृति और गर्मी से राहत लेकर आता है। लेकिन बुजुर्गों के लिए यह मौसम कुछ स्वास्थ्य जोखिम भी साथ लाता है—खासकर पाचन, इम्युनिटी और शरीर में पानी की कमी को लेकर। बढ़ती उम्र में शरीर संक्रमण, जलजनित बीमारियों और खाद्य संवेदनशीलता के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। ऐसे में इस मौसम में एक विशेष पोषण योजना का पालन करना आवश्यक है।

SorezeCare में हमारा उद्देश्य केवल त्वचा की देखभाल ही नहीं, बल्कि बुजुर्गों की संपूर्ण भलाई को बढ़ावा देना है। पोषण, अच्छे स्वास्थ्य और सक्रिय जीवनशैली के लिए एक मजबूत आधार है। आइए जानते हैं कि मानसून में बुजुर्गों को क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए, और किन जीवनशैली उपायों से वे इस मौसम में स्वस्थ रह सकते हैं।

मानसून में पोषण क्यों है ज़रूरी?

बढ़ती उम्र के साथ हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है। मानसून की नमी और सीलन बैक्टीरिया को बढ़ावा देती है और जलजनित रोगों के खतरे को बढ़ाती है। इस मौसम में बुजुर्गों की सेहत के लिए निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना आवश्यक है:

  • इम्युनिटी को मजबूत करना

  • पाचन में सहायक आहार लेना

  • शरीर में पानी की पूर्ति बनाए रखना

  • खाद्य जनित बीमारियों से बचाव करना

एक संतुलित आहार और अच्छी स्वच्छता की आदतें मिलकर इस मौसम को सुरक्षित और आरामदायक बना सकती हैं।

क्या खाएं: मानसून में स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ

1. ताज़े फल और सब्जियाँ

सेब, नाशपाती, अनार और पपीता जैसे मौसमी फल विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं, जो इम्युनिटी को बढ़ाते हैं और पाचन को बेहतर करते हैं।
लोकी, तुरई और पालक जैसी सब्जियाँ फाइबर से भरपूर और हल्की होती हैं। इन्हें अच्छी तरह धोकर पका कर ही सेवन करें।

2. गर्म सूप और स्टू

सब्जियों, दाल या चिकन से बने गर्म सूप न केवल पचाने में आसान होते हैं, बल्कि पोषण और हाइड्रेशन भी देते हैं।

3. हर्बल चाय

अदरक, तुलसी और कैमोमाइल से बनी चाय पाचन को शांत करती हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती हैं। ये गर्म चाय शरीर को हाइड्रेट रखने में भी मदद करती हैं।

4. साबुत अनाज

ब्राउन राइस, जौ, बाजरा, ओट्स और गेहूं जैसे अनाज ऊर्जा से भरपूर होते हैं और फाइबर की अच्छी मात्रा प्रदान करते हैं, जिससे पाचन बेहतर होता है।

5. सूखे मेवे और नट्स

बादाम, अखरोट, खजूर और प्रून्स जैसे मेवे एंटीऑक्सिडेंट्स और हेल्दी फैट्स का अच्छा स्रोत हैं। ये दिमाग और दिल की सेहत के लिए भी लाभदायक होते हैं।

6. फायदेमंद मसाले

हल्दी, अदरक, लहसुन, जीरा और काली मिर्च जैसे मसाले एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं। इन्हें अपने रोज़मर्रा के भोजन में शामिल करें।

क्या न खाएं: मानसून में परहेज योग्य खाद्य पदार्थ

1. स्ट्रीट फूड

चाट, पकोड़े जैसे फूड आइटम स्वादिष्ट तो होते हैं, लेकिन अक्सर साफ-सफाई की कमी के कारण संक्रमण का कारण बनते हैं।

2. कच्चे सलाद

कच्ची सब्जियाँ अगर अच्छे से न धोई जाएँ तो उनमें जलजनित रोगों के कीटाणु हो सकते हैं। इन्हें उबालकर या भूनकर खाएं।

3. तले-भुने खाद्य पदार्थ

तेल में तले गए पकवान पचाने में भारी होते हैं और एसिडिटी, अपच व उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।

4. अत्यधिक मीठे या कैफीन युक्त पेय

ऐसे पेय शरीर में पानी की कमी, नींद की समस्या और शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव ला सकते हैं। इनकी बजाय हर्बल चाय या गर्म पानी पियें।

अन्य ज़रूरी जीवनशैली सुझाव

हाइड्रेटेड रहें – गर्म पानी पिएं

बुजुर्गों को प्यास का अहसास कम होता है, जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा रहता है। गर्म पानी न केवल हाइड्रेट करता है, बल्कि पाचन भी सुधरता है।

स्वच्छता का ध्यान रखें

फल-सब्जियों को अच्छी तरह धोएं, खाना साफ बर्तनों में बनाएं और खाने की जगह को स्वच्छ रखें।

घर का बना भोजन अपनाएं

घर का ताजा, हल्का भोजन सुरक्षित और भावनात्मक रूप से भी सुकूनदायक होता है। बाहर के प्रोसेस्ड या रेस्तरां के खाने से बचें।

हल्का व्यायाम करें

हल्के स्ट्रेच, चेयर योग या घर में टहलना शरीर को एक्टिव रखता है और मूड को भी बेहतर करता है।

डॉक्टर या डाइटिशियन से परामर्श लें

यदि बुजुर्ग को डायबिटीज, बीपी या पाचन की समस्या है, तो किसी भी डाइट बदलाव से पहले डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।

निष्कर्ष: सही पोषण से मानसून में भी बनी रहेगी सेहत

पोषण बुजुर्गों के स्वास्थ्य को बनाए रखने का एक सशक्त माध्यम है। थोड़ी सी योजना और सजगता से यह मानसून भी स्वास्थ्य, सुकून और ऊर्जा से भरा हो सकता है। मौसमी, गर्म और सुपाच्य आहार के साथ स्वच्छता और जल सेवन का ध्यान रखना इस दिशा में पहला कदम है।

SorezeCare में हमारा प्रयास है कि हर बुजुर्ग सुरक्षित, स्वस्थ और आत्मनिर्भर महसूस करे — चाहे मौसम कोई भी हो।